NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 1 - बाल रामकथा

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Question 1:

पुस्तक के पहले अध्याय के पहले अनुच्छेद मेंलेखक ने सजीव ढंग से अवध की तसवीर प्रस्तुतकी है। तुम भी अपने आसपास की किसी जगह काऐसा ही बारीक चित्रण करो। यह चित्रण मोहल्ले केचबूतरेगली की चहल-पहलसड़क के नज़ारे आदिकिसी का भी हो सकता है जिससे तुम अच्छी तरहपरिचित हो।

ANSWER:

इस प्रश्न का उत्तर स्वलिखित हो।

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Question 2:

विश्वामित्र जानते थे कि क्रोध करने से यज्ञ पूरा नहींहोगाइसलिए वे क्रोध को पी गए। तुम्हें भी कभी-कभी गुस्सा आता होगा। तुम्हें कब-कब गुस्सा आताहै और उसका क्या परिणाम होता है?

ANSWER:

इस प्रश्न का उत्तर स्वलिखित हो।

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Question 3:

राम और लक्ष्मण ने महाराज दशरथ के निर्णय को खुशी-खुशी स्वीकार किया। तुम्हारी समझ में इसका क्या कारण रहा होगा?

ANSWER:

राम मर्यादा पुरूषोत्तम थे। उनके लिए माता-पिताकी आज्ञा का पालन करना रघुकुल की परम्परा केअनुकूल था तथा लक्ष्मण राम के अनुज थे इसलिएउनके लिए भी यह आवश्यक था कि वे बड़े भाईतथा माता-पिता की आज्ञा का पालन करें।

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Question 4:

विश्वामित्र ने कहा''ये जानवर और वनस्पतियाँजंगल की शोभा हैं। इनसे कोई डर नहीं हैं।'' उन्होंनेऐसा क्यों कहा?

ANSWER:

महर्षि विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण की हिम्मत बढ़ाने के लिए ऐसा कहा ताकि राम-लक्ष्मण डरे नहीं साथ ही जानवरों व वनस्पतियों के महत्व को समझें।

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Question 5:

लक्ष्मण ने शूर्पणखा के नाक-कान काट दिए। क्याऐसा करना उचित थाअपने उत्तर का कारणबताओ।

ANSWER:

परिस्थितिवश यह कार्य उचित था। क्रोध में आकरशूर्पणखा ने सीता पर आक्रमण कर दिया। सीतालक्ष्मण के लिए माता समान थी। और माता काअपमान किसी भी पुत्र को सहन नहीं होता है। इसीकारण लक्ष्मण ने शूर्पणखा के नाक-कान काटकरकोई अनुचित कार्य नहीं किया।

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Question 6:

विश्वामित्र और कैकेयी दोनों ही दशरथ को रघुकुलके वचन निभाने की प्रथा याद दिलाते हैं। तुम अपनेअनुभवों की मदद से बताओ कि क्या दिया हुआवचन निभाना हमेशा संभव होता है?

ANSWER:

विश्वामित्र ने यज्ञ की रक्षा के लिए राम को माँगा था। दशरथ के विचलित होने पर वचन निभाने की बातयाद दिलाई। कैकयी नेजब राम के लिए 14 वर्ष का वनवास माँगा तो भी दशरथ के न समझने पर उसने वचन निभाने की प्रथा याद दिलाई। दिया हुआ वचन निभाना हमेशा संभव नहीं होता है। विशेषकर तब जब हमारे वचन पालन से कोई दूसरा प्रभावित हो। परिस्थितियाँ हमेशा अनुकूल नहीं होती हैं। समय के अनुसार मनुष्य को बदलना पड़ता है। जहाँ तक सम्भव हो सके यह प्रयास करना चाहिए कि हम वचन का पालन कर सकें। हमारे संस्कार हमें यही शिक्षा देते हैं।

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Question 7:

मान लो कि तुम्हारे स्कूल में रामकथा को नाटक केरूप में खेलने की तैयारी चल रही है। तुम इसनाटक में उसी पात्र की भूमिका निभाना चाहते होजो तुम्हें सबसे ज़्यादा अच्छीदिलचस्प याआकर्षक लगती है। वह पात्र कौन सा है और क्यों?

ANSWER:

इस प्रश्न का उत्तर स्वलिखित हो।

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Question 8:

सीता बिना बात के राक्षसों के वध के पक्ष में नहींथीं जबकि राम राक्षसों के विनाश को ठीक समझतेथे। तुम किससे सहमत हो-राम से या सीता सेकारण बताते हुए उत्तर दो।

ANSWER:

यहाँ पर सीता के विचार राम के विचार से भिन्न हैं।सीता के विचार के अनुसार बिना किसी कारण केप्राणी की हत्या करना या उसका विनाश करनाअनुचित है। राक्षसों में अमानवीय गुण होते हैं जो किसी का नुकसान करने से नहीं डरते, उसमें अपनी खुशी महसूस करते हैं। ऐसे में ऐसे आंतकियों का वध आवश्यक है, अतहम राम के विचार से सहमत हैं।


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Question 9:

रामकथा के तीसरे अध्याय में मंथरा कैकेयी कोसमझाती है कि राम को युवराज बनाना उसके बेटेके हक में नहीं है। इस प्रसंग को अपने शब्दों मेंकक्षा में नाटक के रूप में प्रस्तुत करो।

ANSWER:

(रानी कैकेयी के कक्ष का दृश्य। रानी कैकेयी सोयीहुई हैं। इसी समय कक्ष में मंथरा का प्रवेश।)
मंथरा :-''अब तो उठ जाओ मेरी मूर्ख रानीयदिअभी  उठी तो जीवन भर पश्चाताप की अग्नि मेंजलना होगा। इससे पहले कि कोई विपत्ति आएजाग जाओ।''
कैकेयी :-(आश्चर्य से) ''क्या हुआ मंथरातुम इतनाघबराई क्यों होसब कुशल-मंगल तो है ।''
मंथरा :-''जहाँ अमंगल की छाया पड़ गई हो वहाँसब कुशल-मंगल कैसे हो सकता है? तुम्हारे दुखोंका आगमन हो रहा है। महाराज दशरथ ने कल रामके राज्याभिषेक की घोषणा की है।''
कैकेयी :-(खुशी से) '' अमंगल कैसायह तो अतिशुभ समाचार है।'' (कैकेयी ने खुशी से अपने गलेका हार उतारकर मंथरा को दे दिया)
''मैं बहुत प्रसन्न हूँ। अयोध्या को योग्य राजकुमारमिल गया है।''
मंथरा :-''तुम्हारी बुद्धि भ्रष्ट हो गई है। यहाँ राम कीयोग्यता का प्रश्न नहीं है। तुम्हारे विरूद्ध षडयंत्र रचाजा रहा है। ''(मंथरा ने हार फेंकते हुए कहाकलसुबह राज्याभिषेक है। भरत को जानबूझकरननिहाल भेज दिया। उसे समारोह की कोई खबरतक नहीं।''
कैकेयी :-(मंथरा को डाँटते हुएराम मुझे माँ केसमान स्नेह करते हैं। षडयंत्र कैसाराम ज्येष्ठ पुत्रहैं। राजा बनने के अधिकारी राम ही हैं।
मंथरा :-''तुम्हारी बुद्धि पर मुझे दया आती है। तुम्हेंउस वक्त समझ में आएगा जब तुम कौशल्या कीदासी बनोगी। परन्तु उस समय पछताने के सिवाऔर कोई रास्ता  होगा। (कुछ रूककरएक उपाय हैतुमने युद्ध के समय दशरथ की मदद की थी उसके बदले राजा ने तुम्हें दो वर देने के लिए कहा था। यह सही मौका है माँग लो एक तो राम को वनवास दूसरा भरत को राज्य।
कैकेयी :-शायद तुम ठीक कह रही हो। ''महाराजका षडयंत्र सफल नहीं होगा। भरत ही राजाबनेंगे।''
(रानी कैकेयी क्रोधित होकर कोप भवन चली गईं।)

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Question 10:

तुमने 'जंगल और जनकपुरतथा 'दंडक वन में दसवर्षमें राक्षसों द्वारा मुनियों को परेशान करने कीबात पढ़ी। राक्षस ऐसा क्यों करते थेक्या यहसंभव नहीं था कि दोनों शांतिपूर्वक वन में रहते?कारण बताते हुए उत्तर दो।

ANSWER:

राक्षस अर्थात् आतंक फैलाने वाले गलत आदतों से ग्रसित होते हैं। वे तंग करने, मारने, बिगाड़ने आदि कार्यों से संतुष्ट रहते हैं जबकि मुनियों को शान्ति से रहना यज्ञ, हवन करना अच्छा लगता है। राक्षस इसमें विघ्न डाल कर खुश रहते हैं। इसलिए वे साथ नहीं रह सकते।

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Question 11:

हनुमान ने लंका से लौटकर अंगद और जामवंत कोलंका के बारे में क्या-क्या बताया होगा?

ANSWER:

हनुमान ने लंका से लौटकर अंगद व जामवंत कोलंका की सुंदरता और सुरक्षा के बारे में बताया।जैसे- लंका सोने की है, वहाँ बहुत से राक्षस पहरा देते हैं। साथ ही यह भी बताया कि रावण ने सीताको अशोक वाटिका में बंदी बना रखा है और राक्षसियाँ उनका पहरा दे रही हैं।

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Question 12:

तुमने बहुत सी पौराणिक कथाएँ और लोक कथाएँपढ़ी होंगी। उनमें क्या अंतर होता हैयह जानने केलिए पाँच-पाँच के समूह में कक्षा के बच्चे दो-दोपौराणिक कथाएँ और लोक कथाएँ इकट्ठा करें।कथ्य (कहानी), भाषा आदि के अनुसार दोनों प्रकारकी कहानियों का विश्लेषण करें और उनके अंतरलिखें।

ANSWER:

पौराणिक कथाएँ :- मुख्यत: पुराणों में वर्णित कथाओं को पौराणिक कथा कहते हैं। जैसे - रामायण, महाभारत आदि।
लोक कथाएँ :- लोक कथा किसी एक विशेष प्रांत या स्थान में प्रचलित कथाएँ होती हैं। जिसे हम आस-पास के लोगों के मुँह से सुनते हैं। जैसे - गाँव के किसी बुज़ुर्ग के मुँह से सुनने वाली कहानियाँ।
लोक कथा तथा पौराणिक कथाओं में से दोनों की प्रमाणिकता पर संदेह है। परन्तु फिर भी पुराणों में वर्णित कथाओं को संदिग्ध माना जाता है। जहाँ तक भाषागत असमानता है – लोक कथा तथा पौराणिक कथा दोनों की भाषा में काफी अंतर होता है। लोक कथाओं की भाषा वहाँ की बोलचाल की भाषा से प्रभावित होती है। परन्तु पौराणिक कथाओं की भाषा शैली साफ-सुथरी होती है।

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Question 13:

क्या होता यदि-
() राजा दशरथ कैकेयी की प्रार्थना स्वीकार नहींकरते।
() रावण ने विभीषण और अंगद का सुझाव मानाहोता और युद्ध का फैसला  किया होता।

ANSWER:

()  राजा दशरथ कैकेयी की प्रार्थना स्वीकार नहींकरते तो -
(i) सम्भवतः रघुवंश एक अच्छे राजा (दशरथसेवंचित  होता।
(ii) राम का राज्याभिषेक हो जाता। परन्तु रघुकुलके वचन निभाने की परम्परा तोड़ने का आरोप लगता।
(iii) कुछ दुष्ट राक्षस और रावण भी न मारा जाता।
(रावण ने विभीषण और अंगद का सुझाव मानाहोता और युद्ध का फैसला  किया होता तो -
(i) यह विश्वयुद्ध  होता तथा राक्षस जाति विनाशसे बच जातीमानव जाति को इतनी क्षति  उठानीपड़तीनिर्दोष लोगों को अपने प्राणों से हाथ धोना पड़ता।
(ii) रावण का साम्राज्य जिसे सोने की लंका कहाजाता है। वो नष्ट नहीं होती।
(iii) रावण जैसे वीर विद्वान योद्धा का वध  होता। उसका वंश बच जाता।
(iv) राम और सीता का जीवन सुखमय होता।

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Question 14:

नीचे कुछ चारित्रिक विशेषताएँ दी गई हैं औरतालिका में कुछ पात्रों के नाम दिए गए हैं। प्रत्येकनाम के सामने उपयुक्त विशेषताओं को छाँटकरलिखो-
पराक्रमीसाहसीनिडरपितृभक्तवीरशांत,दूरदर्शीत्यागीलालचीअज्ञानीदुश्चरित्रदीनबन्धु,गंभीरस्वार्थीउदारधैर्यवानअड़ियलकपटी,भक्तन्यायप्रियऔर ज्ञानी।
राम
.................................
सीता
.................................
लक्ष्मण
.................................
कैकेयी
.................................
रावण
.................................
हनुमान
.................................
विभीषण
.................................
भरत
.................................

ANSWER:

राम     -
पितृभक्तपराक्रमीदीनबंधुधैर्यवान,गंभीरन्यायप्रियज्ञानी
सीता    -
त्यागीउदार
लक्ष्मण   -
साहसीनिडरअड़ियलपितृभक्त,त्यागी
कैकेयी   -
स्वार्थीअज्ञानी
रावण   -
दुश्चरित्रकपटीनिडरपराक्रमीज्ञानी
हनुमान   -
पराक्रमीसाहसीनिडरभक्तज्ञानी,वीरधैर्यवान
विभीषण   -
धैर्यवानत्यागीभक्तज्ञानी
भरत   -
उदारभक्त

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Question 17:

यह रामकथा वाल्मीकि रामायण पर आधारित है। तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस के बारे में जानकारी इकट्ठी करो और उसे चार्टपेपर पर लिखकर कक्षा में लगाओ।
जानकारी प्रस्तुत करने के निम्नलिखित बिंदु हो सकते हैं-
  • रामकथा का नाम
  • रचनाकार का नाम
  • भाषा प्रांत

ANSWER:

राम कथा का नाम
पुस्तक
लेखक
भाषा
(i) श्री रामचरित मानस
गोस्वामी तुलसीदास
(अवधी)
(ii)रामायण
वाल्मिकी
(संस्कृत)
 
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